...तो नोबॉल पर आऊट हुए उद्धव ठाकरे

लाख टके की बात : फहीम खान

महाराष्ट्र की सत्ता एकनाथ शिंदे के पास ही रहेगी या उद्धव ठाकरे के पास लौटेगी, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (11 मई) को ये विवाद आखिरकार निपटा दिया. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ वाली 5 जजों की संविधान पीठ ने फैसला सुना दिया कि शिंदे ही महाराष्ट्र के सीएम बने रहेंगे. हालांकि कोर्ट ने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे फ्लोर टेस्ट से पहले इस्तीफा न देते, तो उनकी सरकार को बहाल कर सकते थे. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में 5 बड़े सवालों के जवाब दिए, इसमें से 4 पॉइंट उद्धव ठाकरे के पक्ष में हैं, बावजूद इसके शिंदे ही सीएम बने रहेंगे. इसके बाद से सोशल मीडिया में एक मैसेज खूब वायरल हुआ, जिसका अर्थ सिर्फ इतना ही निकलता है कि ‘पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे असल में नोबॉल पर आऊट हुए’. 



ये है वह मैसेज जो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है...

‘‘शिंदे ने ठाकरे को नोबॉल फेंकी. फडणवीस ने अंपायर से अपील की. 

अंपायर कोश्यारी ने गलत फैसला दिया और ठाकरे को आउट दे दिया और इस तरह नो बॉल पर ठाकरे का विकेट ले लिया. 

लेकिन तीसरे अंपायर का फैसला आने तक ठाकरे मैदान छोड़कर मातोश्री चले गए. "तो अब उन्हें बल्लेबाजी के लिए वापस नहीं बुलाया जा सकता है,

अगर वे मैदान पर होते, तो उन्हें फिर से बल्लेबाजी करने के लिए जरूर बुलाया जाता. अब बाकी का मैच जारी रखो", तीसरे अंपायर ने कहा.’’


महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन वाली महाविकास आघाड़ी सरकार चल रही थी. तभी 21 जून 2022 को शिवसेना के ही एकनाथ शिंदे ने अपने 15 विधायकों के साथ बगावत कर दी.एक हफ्ते बाद ही यानी 28 जून को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बहुमत साबित करने के लिए कहा. शिवसेना ने राज्यपाल के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिसमें कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.


सुप्रीम कोर्ट ने अब कहा है कि उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट का सामना किए बिना ही इस्तीफा दे दिया. ऐसे में यथास्थिति यानी जून 2022 वाली स्थिति बहाल नहीं की जा सकती. इसलिए राज्यपाल की ओर से सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के समर्थन से शिंदे को शपथ दिलाने का फैसला उचित था. 


पांच जजों की इस संविधान पीठ में चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड, जस्टिस एम. आर. शाह, जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस पीएस नरसिम्हा आदि शामिल थे.  


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