चला मुरारी हीरो बनने

कितना स्मा




र्ट है नागपुर
नागपुर सिटी स्मार्ट सिटी में न सिर्फ शुमार है बल्कि इसे अब पोर्ट ब्लेयर को स्मार्ट बनाने का जिम्मा भी सौपा गया है। यानी नागपुर के अधिकारी अब पोर्ट ब्लेयर के प्रशासन को बताएंगे कि स्मार्ट कैसे बनते है। अब साहब सवाल ये उठता है कि क्या वाकई में नागपुर इतना स्मार्ट हो गया है कि वो इसपर किसी को गाइड करने लायक हो गया है? जवाब नागपुर के लोगो से पूछेंगे तो शायद ना ही मिलेगा। इसकी वजह भी है जनाब।

पहला ही प्रयोग विफल
नागपुर को महाराष्ट्र राज्य में स्मार्ट कियोस्क मशीन लगाने के लिए चुना गया है। राज्य के पहला शहर होगा जहां ऐसी स्मार्ट मशीने लगाई जा रही है। अगर यहां ये प्रयोग सफल रहा तो राज्य के अन्य महानगरो में भी ऐसी स्मार्ट कियोस्क मशीन लगाई जाएगी। लेकिन हुआ क्या? इसमे भी नागपुर फेल हो गया। सरकारी विभागों में 25 और सिटी के कुछ बस स्टॉप पर 41 ऐसी 65 स्मार्ट कियोस्क मशीन इस शहर में लगाई गई लेकिन ये मशीन किसी के काम नही आ रही है। सारी मशीन इन दिनों नागपुर वासियो के लिए सफेद हाथी बनी हुई है।

स्लो सर्वर से परेशान
शहर में 65 स्मार्ट कियोस्क मशीन लगाई गई है उनमें सबसे बड़ी समस्या ये है कि सर्वर बडा ही स्लो है। तेज इनटरनेट मोबाइल पर मिल रहा है तो कोई इन स्लो मशीनों का इस्तेमाल क्यो करेगा। सफाई की तो बात ही न करें। स्मार्ट मशीन कहने के लिए है लेकिन धूल ऐसी पड़ी है कि पूछो नहीं

क्या है स्मार्ट कियोस्क
चुकी ये महाराष्ट्र राज्य का पहला प्रयोग है इसलिए आप भी ये जानना चाहेंगे कि आखिर ये स्मार्ट कियोस्क मशीन है क्या बला? आईये आपको बताते है। ये एटीएम की तरह दिखाई देती है। इसमें स्क्रीन लगी है। इस स्क्रीन पर आपको कुछ ऐप्प दिखाई देंगे आपको इसी ऐप्प के माध्यम से अलग अलग सेवाओ का लाभ लेने मिलता है। मसलन अगर आपको आपका जन्म प्रमाणपत्र चाहिये तो अब मनपा कार्यालय जाने की जरूरत नही है। इस मशीन से आपको आपका प्रमाणपत्र मिल जाएगा। आपको शहर के किसी सिनेमा घर मे मूवी देखनी है तो आप इसी मशीन से टिकट भी बुक कर सकते है। और तो और आप अपना ट्रैन, हवाईजहाज और बस का टिकट भी यहाँ से बुक कर सकते है।

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