‘टाइगर कैपिटल’ में पड़ रहा सूखा!

‘टाइगर कैपिटल’ में पड़ रहा सूखा!
-चंद महीनों में सौंदर्यीकरण की ऐसी-तैसी
- आरटी रोड का मामला
फहीम खान
कुछ ही महीनों पहले शहर के रवींद्रनाथ टैगोर रोड पर टाइगर की प्रतिमाएं लगाई गई थीं. इन प्रतिमाओं के पास ‘नागपुर-द टाइगर कैपिटल आॅफ इंडिया’ लिखा गया था. इस माध्यम से टाइगर बचाने की मुहिम को रफ्तार देने की कोशिश भी वन विभाग द्वारा की गई थी. लेकिन चंद महीनों के भीतर ही ये सारा सौंदर्यीकरण बर्बाद हो गया. सौंदर्यीकरण के लिए जिन पौधों को लगाया गया था, देखरेख के अभाव में, वे सारे सूख गए हैं. लेकिन किसी भी विभाग का अब इस ओर ध्यान नहीं है. पेश है मेट्रो एक्सप्रेस की रिपोर्ट.
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इन दिनों हर विभाग अपने-अपने स्तर पर इस शहर को बदलने की कोशिश में लगा है. इसी के तहत महानगर पालिका और एनआईटी प्रशासन ‘स्मार्ट सिटी’, ‘ग्रीन सिटी’ की मुहिम पर जोर दे रहे हैं. वहीं वन विभाग की ओर से ‘टाइगर कैपिटल’ का प्रचार जोरों पर जारी है. इसी के तहत पिछले दिनों वन मंत्री के हाथों आरटी रोड पर सौंदर्यीकरण कराकर उसका लोकार्पण किया गया था. उस समय ये सौंदर्यीकरण सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया था. उल्लेखनीय है कि यह जगह सेल्फी पॉइंट के रूप में तेजी से पॉपुलर होती जा रही थी. लेकिन रखरखाव की ओर ध्यान नहीं दिए जाने के चलते अब यहां की हरी घास और पौधे पूरी तरह सूख चुके हैं.
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महापौर की निधि भी बर्बाद
तत्कालीन महापौर अनिल सोले ने अपनी निधि में से राशि खर्च कर कुछ वर्ष पूर्व महाराज बाग चौक परिसर में टाइगर की एक प्रतिमा लगवाई थी. इसके लिए तत्कालीन पार्षद गणेश पोकुलवार ने प्रयास किए थे. यहां पर भी सौंदर्यीकरण किया गया था. पौधे लगाए गए. लेकिन मुख्य मार्ग और चौराहा होकर भी इस सौंदर्यीकरण की ओर संबंधित विभागों ने कभी ध्यान नहीं दिया. जिसके चलते यह सौंदर्यीकरण भी अब पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. इन दिनों शहर में बड़े पैमाने पर विकास काम किए जा रहे हैं. सौंदर्यीकरण के कामों को भी अंजाम दिया जा रहा है. लेकिन बावजूद इसके खुद महापौर ने अपनी निधि खर्चकर जो सौंदर्यीकरण कराया था उसी की ओर विभाग की अनदेखी होती दिख रही है.

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