कैब बुकिंग में भी लूट

कैब बुकिंग में भी लूट
- मेट्रो रीजन में जारी है गोरखधंधा
फहीम खान, 8483879505
तेजी से बढ़ते शहर में आॅटो वालों की मनमानी ने यात्रियों की परेशानी में इजाफा कर रखा था. इसी से छुटकारा पाने के लिए शहर के यात्रियों ने आॅनलाइन कैब का सहारा लेना शुरू कर दिया. शहर में तो इन सेवाओं के फायदे नजर आ रहे हैं लेकिन जिस मेट्रो रीजन को लेकर एनआईटी प्रशासन और सरकार ने बहुत दावे किए थे उसी परिसर में इन कैब के ड्राइवरों द्वारा खुलेआम यात्रियों को लूटा जाने लगा है. उनसे तय से ज्यादा भाड़ा वसूला जा रहा है. इसके लिए तरह -तरह के बहाने बताए जा रहे हैं. पेश है ‘मेट्रो एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट.
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राज्य सरकार ने मेट्रो रीजन की घोषणा करने के बाद से ही इस इलाके में न सिर्फ जमीन के दाम बढ़ गए हैं बल्कि तेजी से बढ़ती बस्तियों के चलते यहां पर टैक्स की वसूली भी शहर की तर्ज पर होने लगी है. लेकिन एक ओर सुविधाओं का अभाव झेल रहे इस परिसर के नागरिकों को अब आॅनलाइन कैब वालों की लूट से भी परेशानी होने लगी है. इस परिसर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की वैसी व्यवस्था नहीं होने का पूरा फायदा कैब ड्राइवर उठाने लगे हैं.
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केस 1
मेट्रो रीजन क्षेत्र में रहने वाले योगेश शुक्ला ने आॅनलाइन कैब बुक की. बुकिंग के वक्त उन्होंने पिकअप और ड्रॉप पॉइंट मेंशन कर दिया था. इसके बाद भी जब वो अपनी मंजिल पर पहुंचे तो उनके मोबाइल में 201 रुपए बिल अदा करने का मैसेज आया. पर ड्राइवर का तर्क था कि उन्हें शहर के बाहर गाड़ी ले जाने की अनुमति नहीं है. जिस स्थान पर ड्रॉप किया गया है, वो उनकी लिस्ट में नहीं है. इसलिए उन्हें 300 रुपए देने होंगे. उन्होंने काफी बहस की लेकिन आखिरकार रुपए दे दिए.
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केस 2
इसी तरह का मामला अरशद शेख के साथ हुआ. उन्होंने गणेशपेठ बस स्टॉप से आॅनलाइन कैब बुक कराई. उन्होंने भी अपना ड्रॉप पॉइंट बता दिया था. लेकिन जब वो अपने अपार्टमेंट में पहुंचे तो उन्हें मोबाइल पर 356 रुपए देने का मैसेज मिला. जब ड्राइवर को ये राशि थमाई तो वो 400 रुपए मांगने लगा. उसका कहना था कि ये स्पॉट उनकी लिस्ट में ही नहीं है. जिसके चलते उन्हें अतिरिक्त राशि देनी ही पड़ेगी.
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किराया हुआ   लिया
" 201   " 300
" 251   " 300
" 356   " 400
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कंपनियों की दलील
इस मामले में जब कस्टमर्स संबंधित आॅनलाइन कैब बुकिंग करने वाली कंपनियों से शिकायत कर रहे है तो उन्हें जवाब यह दिया जा रहा है कि उनकी ओर से ऐसा कोई चार्ज लेने का निर्देश नहीं है. ड्राइवर्स यदि अपने स्तर पर 50 रुपए ज्यादा चार्ज वसूल रहे हैं तो एप्प में इसके बारे में व्यवस्था की गई है. वहां जाकर शिकायत करने पर जरूरी एक्शन लिया जाएगा. हालांकि कस्टमर्स का कहना है कि एप्प में शिकायत करने के लिए संबंधित आॅप्शन क्लिक करने पर कोई रिस्पॉन्स ही नहीं मिल रहा है.
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