कब तक संजो रखेंगे ये कबाड़?

कब तक संजो रखेंगे ये कबाड़?
- डिविजनल कमिश्नरेट का मामला
फहीम खान, 8483879505
लगता है राज्य सरकार तो इस शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए हर कोशिश में जुटी है लेकिन उसके अधिकारियों को ये मुहिम रास नहीं आ रही है. तभी तो शहर में स्थित विभिन्न सरकारी कार्यालयों की इमारतों में अब भी कबाड़ संजोया हुआ नजर आ रहा है. हाल के दिनों में ‘स्वच्छ भारत’ मुहिम चलाई गई है. राज्य सरकार ने भी अपने कार्यालयों को साफ -सुथरे करने के लिए कई योजनाएं बनाई है. लेकिन इसके बाद भी शहर में स्थित ज्यादातर सरकारी कार्यालयों को दिए गए वाहन पुराने हो जाने के बाद भी इस कबाड़ को सहेज कर रखा जा रहा है. इस बार बात उस कार्यालय की हो रही है, जहां से पूर्व विदर्भ के छह जिलों का काम देखा जाता है. जी हां, 4मामला विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर का है.
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शहर के सिविल लाइन्स में स्थित विभागीय आयुक्त कार्यालय की बिल्डिंग में राज्य सरकार के दर्जनों कार्यालय चल रहे हैं. चूंकि यहां से विदर्भ के छह जिलों का कामकाज चलता है इसलिए हाल के दिनों में यहां की सफाई को लेकर विशेष मुहिम भी चल चुकी है. इसके बाद भी न सिर्फ बिल्डिंग में पुराने फर्नीचर का कबाड़ रखा है बल्कि जंग लगी खस्ताहाल पुरानी गाड़ियों को भी सहेज कर रखा जा रहा है. जिन पुरानी गाड़ियों का कबाड़ यहां रखा गया है, उनमें ज्यादातर अब किसी काम की नहीं रहीं. उन्हें तुरंत ही स्क्रैप के लिए दिए जाने की जरूरत है.
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क्यों है इतना लगाव?
उल्लेखनीय है कि विभागीय आयुक्त कार्यालय की बिल्डिंग में स्थित कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने वाहन रखने के लिए बिल्डिंग के चारों ओर पार्किंग की जगह उपलब्ध कराई गई है. जो वाहन पुराने कबाड़ में तब्दील हो चुके है, उन्हें खुली पार्किंग में रखा गया है. इस बिल्डिंग में जो सरकारी कार्यालय स्थित हैं, उनमें काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारी भी इन वाहनों को यहां से हटाए नहीं जाने को लेकर नाराजगी जता रहे हैं. जिला परिषद की ओर वाली पार्किंग में 6-7 ऐसे पुराने कबाड़ वाहन पड़े हैं. उल्लेखनीय है कि इसी के पास विभागीय आयुक्त का कार्यालय भी स्थित है.
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नीलामी में देरी
विभागीय आयुक्त कार्यालय बिल्डिंग परिसर में रखे इन कबाड़ वाहनों से स्थानीय अधिकारी-कर्मियों को भी असुविधा हो रही है. यहां अपने काम लेकर आने वाले विदर्भ के अलग -अलग जिलों के नागरिकों को भी अपर्याप्त पार्किंग के चलते असुविधा हो रही है. सभी चाहते हैं कि इन पुराने कबाड़ वाहनों की जल्द से जल्द नीलामी की जाए. इन वाहनों को यहां से हटाने का बंदोबस्त किया जाता है तो पार्किंग में दूसरे वाहनों के लिए जगह उपलब्ध हो सकती है. अभी इस पार्किंग में एमएच 40, ई 1, एमएच 40, जे 1, एमएच 31, एच 1 और एमएच 12, जेए 0637 नंबर के वाहन धूल खा रहे हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे भी पुराने वाहन इस परिसर में पड़े हैं, जिनके नंबर ही नहीं दिखाई देते. इन वाहनों की अनदेखी किए जाने के चलते अब इनके पार्ट्स चोरी होने की भी घटनाएं धीरे -धीरे बढ़ने लगी हैं.
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